![](images/whatsapp.png)
Pages
![](images/logo.png)
![](images/store_logo.png)
Featured Post
ज्योतिष, शिक्षा व कैरियर
जातक के व्यक्तित्व, विचार, धन-संपत्ति, ज़मीन जायदाद, परिवार, विद्या, विवेक, शिक्षा, व्यापार आदि जीवन के सम्पूर्ण विषयों के भूत-वर्तमान-भविष्य का ज्ञान ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से सफलतापूर्वक जाना जा सकता है
प्रारब्धवश प्राप्त होने वाले जीवन क सम्पूर्ण कष्टों का सफलतापूर्वक निवारण का विधान वैदिक ज्योतिष एवं दर्शन में विस्तार से वर्णन
उपलब्ध है
भारतीय वैदिक ज्योतिष संस्थानम वाराणसी में इससे सम्बंधित विभिन्न पाठ्यक्रमो का सञ्चालन किया जा रहा है
बालक के जन्म लेने से पहले ही उसके बारे में माता पिता सपने सजाने लगते है कि बडा होकर उनका बालक डाक्टर बनेगा या इंजीनियर बनेगा या वकील बनेगा या व्यवसायी बनेगा। भारत देश में तो बालक के कैरियर का फैसला उसके माता पिता अपनी मर्जी से तय करते हैं कि बडा होकर वे उसे क्या बनाना चाहते हैं। लेकिन क्या सभी माता पिता अपने इस मकसद में कामयाब हो पाते हैं। नहीं, कारण बालक की जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति। ज्योतिष शास्त्र बालक की जन्म कुंडली का विशलेषण करके बता सकता है कि ग्रहों की स्थिति अनुसार बालक अपने जीवन में कौन सा उचित कैरियर चुनकर कामयाब हो सकता है। कैरियर की उन्नति के मार्ग में आने वाली रुकावटों का समुचित उपाय बता सकता है।
किसी भी कैरियर में कामयाबी के लिये आवश्यक है बालक की उचित शिक्षा यानि बालक किस क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण करे कि भविष्य में उस शिक्षा से जुडा कैरियर चुनकर सफलता के झंडे गाड सके। शिक्षा के बिना जातक का जीवन व्यर्थ है। शिक्षा के बिना कैरियर का चुनाव नहीं किया जा सकता। कुछ मामलों में बिना उचित शिक्षा के भी कैरियर कामयाबी देखी गई है लेकिन उनका प्रतिशत बहुत कम है।